Friday, 8 July 2016

कविताएं: प्रदीप त्रिपाठी, समसामयिक सृजन जनवरी-जून-2016 में प्रकाशित कविताएं

समसामयिक सृजन (जनवरी-जून, 2016) में कुछ कविताएं प्रकाशित हुई हैं। मुलाहिज़ा फरमाएँ...








एक अदना सा आदमी, जो आजकल कुर्ता, चश्मा और टोपी पहनकर फ्रेंच दाढ़ी रखने का 'शौकीन' है।     





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