Friday, 6 November 2015

किसान समस्या पर केन्द्रित

हिंदी एवं तुलनात्मक साहित्य विभाग की भित्ति पत्रिका 'अभिव्यक्ति' के इस अंक के संपादकत्व का जिम्मा इस बार मुझे मिला था। कल माननीय प्रतिकुलपति प्रो. चित्तरंजन मिश्र एवं कुलसचिव राजेन्द्र मिश्र जी के द्वारा विभागीय शिक्षकों एवं छात्र- शोधार्थियों की उपस्थिति में इस अंक के लोकार्पण का कार्य सम्पन्न हुआ। यह अंक किसान-समस्या (विशेषांक) पर केन्द्रित है।इस अंक के लेखकों में शामिल हैं-

1. शैलेंद्र कुमार शुक्ल- 'हिंदी का प्रगतिशील आंदोलन और किसान' 
2. कुमार विश्वमंगल- 'सरकार के द्वारा पिछड़े किसान'
3. गजेंद्र के. पाण्डेय- 'ग्रामगीता: किसानी परिवेश की महागाथा'
4. शैलेश कुमार- 'मुझे बात यह समझ में आई' (कविता)
5. भावना मासीवाल- 'महिला, किसान क्यों नहीं?'
6. गजानन कदम- 'क्या आत्महत्या करना ही सभी प्रश्नों का हल है?'
7. ध्रुव कुमार- 'पूंजी और किसान : वर्चस्व बनाम अस्तित्व'
8. रवीन्द्र यादव- 'किसान जीवन का यथार्थ और फाँस'
9. यदुवंश प्रणय - 'हिंदी सिनेमा और किसान'
10. रोशन कुमार प्रसाद- 'तीन में से घटा तीन' कहानी में कृषक समस्या
11. राजीव कुमार- 'गोदान और भारतीय किसान'
12. प्रदीप त्रिपाठी- 'खुरदुरे पैर की जमीन' (कविता)
स्केच-
1. रेनू
2. दीपाली कूजूर
3. राजीव कुमार






































संपादकीय परिचय- 


प्रदीप त्रिपाठी
जन्म- 7 जुलाई, 1992    
शैक्षणिक योग्यता- एम.ए. हिन्दी(तुलनात्मक सा.), एम.फिल. हिन्दी (तु.सा.), लोक-साहित्य, एवं कविता-लेखन में विशेष रुचि  
संप्रति-  साहित्य विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा, पी-एच. डी. में शोधरत
प्रकाशित रचनाएँ- विभिन्न चर्चित पत्र-पत्रिकाओं (दस्तावेज़, अंतिम जन, परिकथा, कल के लिए , वर्तमान साहित्य, अलाव,  नवभारत टाइम्स, डेली न्यूज़ ऐक्टिविस्ट आदि) में शोध-आलेख एवं कविताएं प्रकाशित और 15 से अधिक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तरीय सेमिनारों में प्रपत्र-वाचन एवं सहभागिता ।
संपर्क-  साहित्य विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा
स्थायी पता- महेशपुर, आजमगढ़, उ.प्र., 276137
संपर्क-सूत्र- 08928110451
Email- tripathiexpress@gmail.com





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